Patna: ओडिशा (Odisha) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को ध्यान में रखते हुए 14 अप्रैल को खत्म हो रहे राष्ट्रीय लॉक डाउन (Lock down India) से पहले ऐलान कर दिया है कि राज्य में 30 अप्रैल तक लॉक डाउन जारी रहेगा. बता दें कि ओडिशा में मंगलवार से कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण की निगरानी के लिए बुधवार को और क्षेत्रों को प्रसार नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया.
राज्य में कोरोना वायरस के अब तक 42 मामले सामने आए हैं. अधिकारियों ने बताया कि भुवनेश्वर में पांच क्षेत्रों को सील किया गया है जिनमें 7,992 मकान हैं और इन क्षेत्रों को प्रसार नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है.
बुधवार दोपहर तक 2441 सैंपल्स की जांच
भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने कहा कि उसने कोरोना वायरस की स्थिति का पता लगाने के लिए लगभग 4,000 लोगों की निगरानी की और कुछ संदिग्ध लोगों के रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे गए. जिन क्षेत्रों को प्रसार नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है उनमें सूर्या नगर, आजाद नगर, बोमिखल, सत्य नगर और आईबी कॉलोनी शामिल हैं.
बुधवार की दोपहर 12 बजे तक 2441 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 42 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए थे. दो लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है जबकि एक मरीज की मौत हो चुकी है और 39 लोगों का अभी इलाज चल रहा है.
कई राज्य लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 के संकट पर बुलाई गई बैठक में विपक्ष एवं अन्य दलों के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना वायरस के मुद्दे पर संवाद में कहा कि कोरोना वायरस से पहले और कोरोना वायरस के बाद का जीवन एक जैसा नहीं होगा. प्रधानमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद कई नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि 14 अप्रैल को एक साथ लॉकडाउन नहीं हटेगा.
आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक प्रधानमंत्री ने नेताओं से कहा, ‘ स्थिति सामाजिक आपातकाल’ जैसी है, कड़े निर्णय लेने की जरूरत है और हमें अवश्य ही सतर्क रहना चाहिए.’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार की प्राथमिकता हर व्यक्ति के जीवन को बचाने की है. कई राज्यों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के संकेत दिए हैं खासकर उन इलाकों में जिनकी पहचान घातक कोरोना वायरस के ‘‘हॉट स्पॉट’’ के रूप में की गई है.