सरकार गठन के बाद लगातार यह चर्चा बिहार के राजनीतिक गलियारे में हो रही है कि सरकार के अंदर सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा. कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी के साथ-साथ 28 दिन बाद आज कैबिनेट की बैठक बुलाए जाने को लेकर बड़े संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. लेकिन अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि कैबिनेट विस्तार को लेकर बीजेपी का रुख क्या है.
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जारी कयास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विराम लगा दिया है। पटना एयरपोर्ट के विस्तारीकरण कार्य के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की ओर से अभी ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं आया है।
मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को जब लगेगा मंत्रिमंडल विस्तार के लिए, तभी इस पर बात होगी। अभी कोई बात नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि अगले पांच साल के सरकार के कार्य की योजना बनी है, उस पर आज कैबिनेट में निर्णय लिया जाएगा।
14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुल 14 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी. इसमें बीजेपी कोटे 7, जेडीयू पांच और मांझी और मुकेस सहनी की पार्टी से एक एक चेहरे को जगह मिली थी बाद में जेडीयू के एक मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया और अब नीतीश कुमार के अलावे कैबिनेट में केवल 13 मंत्री ही बचे हैं माना जा रहा था कि विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद नवंबर के आखिर में ही कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा, लेकिन बीजेपी ने इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखाई है.